Rudra Ashtadhyayi | Rudraastaadhyayi | Complete Vedic Hymns of Lord Shiva with Sanskrit and Hindi Meaning | श्री रुद्राष्टध्यायी: संस्कृत पाठ और हिंदी भावार्थ सहित | रुद्रा अभिषेक | शिव पूजन विधि | रूद्रयाग हवन | Sanskrit and Hindi
रूद्र अमोद, रूद्राअभिषेक एवं वैदिक शिवार्चन रहस्य रुद्री पाठ भाषा टीका सहित (संस्कृत एवं हिंदी में)
शिव पूजन विधि, रूद्रयाग हवन, नमक चमक पाठ का विधान पंडित वेनी राम शर्मा, आचार्य देवराज त्रिवेदी
रुद्र अष्टध्यायी</b> एक अत्यंत पूजनीय वैदिक ग्रंथ है, जिसमें भगवान रुद्र (शिवजी) के लिए रचित आठ अध्यायों का संकलन है। यह ग्रंथ कृष्ण यजुर्वेद से लिया गया है और शिव की उपासना में इसका विशेष महत्व है। रुद्राभिषेक व अन्य शिव अनुष्ठानों में इसका पाठ अनिवार्य माना जाता है।
इस पुस्तक में सम्मिलित हैं:
· रुद्र अष्टध्यायी का सम्पूर्ण संस्कृत पाठ
· प्रत्येक श्लोक का सरल हिंदी अनुवाद व भावार्थ
· जप विधि, उच्चारण मार्गदर्शन, और पूजन विधि
· श्रावण मास, महाशिवरात्रि, तथा नित्य शिव पूजन के लिए उपयुक्त
· मानसिक शांति, रोग शमन, और शत्रु नाश में सहायक
यह पुस्तक शिव भक्तों, पंडितों, एवं धार्मिक छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है, जो रुद्र उपासना के माध्यम से शिव कृपा प्राप्त करना चाहते हैं।