Sundar Kaand | Sunder Kand | Sundar Kaand – श्री सुंदरकांड पाठ: हनुमान जी की भक्ति और शक्ति की कथा | सुन्दर काण्ड की बड़ी पुस्तक | तुलसीकृत रामचरित मानस का पंचम सोपान
सुंदरकांड श्रीरामचरितमानस का एक अत्यंत पावन और शक्तिशाली अध्याय है, जिसकी रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी। यह कांड भगवान हनुमान जी के अद्भुत पराक्रम, भक्ति और बुद्धिमत्ता का महागान है, जिसमें वे माता सीता की खोज में लंका जाते हैं।
सुंदरकांड का पाठ करने से कई लाभ होते हैं:
· भय, शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा
· मन की शांति, आत्मबल और भक्ति में वृद्धि
· ग्रह दोषों और कष्टों का निवारण
· इच्छाओं की पूर्ति और जीवन में सकारात्मकता
इस संस्करण में शामिल हैं:
· मूल चौपाइयाँ और दोहे
· रोमन लिपि में पाठ सुविधा (गैर-हिंदी पाठकों के लिए)
· दैनिक पाठ, पारिवारिक पूजा और उपहार हेतु उत्तम
यह पुस्तक हनुमान जी के भक्तों, धर्मप्रेमियों और मानसिक-आध्यात्मिक बल की तलाश में लगे पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी है।